लाज शर्म सब बेच भीख मांगने लगा हूँ, दो वक्त की रोटी खाने के लिये गिड़गिड़ाने लगा हूँ। धूप ना छाँ देख गाड़ी के पीछे भागने लगा हूँ, 1 रुपया के चक्कर में नंगे पांव रोड पे खड़ा हूँ। कार साफ कर दिया है साहेब! सदा खुश रहो ये आशीर्वाद देने लगा हूँ। क़िस्मत में तो लिखा भीख मांगना, अब क़िस्मत को कौसने लगा हूँ। Green सिगनल होने वाला है साहेब! अब हाथ फैला के 1 रुपया मांगने लगा हूँ। कार स्टार्ट मत करना साहेब! अपने बच्चो के लिये 1 रुपया मांगने लगा हूँ। वो भूखे ना सोय आज रात इसलिये आपसे विनती करने लगा हूँ। ना दो साहेब 1 रुपया आप, खुश रहो हमेसा आप ये दुआ देने लगा हूँ। ये लखनऊ के हजरतगंज के चौराहा की कहानी है जो हर रोज़ हर पल होता है वो आज बयां करा है #shivamkhare #khrab_alfaj #NOJOTO