प्रिये दादा जी सच कहूंगी मैंने कभी नहीं देखा अपने दादाजी को, बस सुना है मम्मी पापा से उनके बारे में, की वो बहुत अच्छे इंसान थे, हर रिश्ते पर अपना प्यार लूटाते थे, तो बस एक धुंधला सा चेहरा नजर आता है, पर शायद मेरी किस्मत में ही उनका प्यार नहीं था, या यूं कहूं कि इस मामले में मैं ही बदनसीब हूँ, कहते हैं सर पर बुजुर्गों का आशीर्वाद हो तो हर मुश्किल पास आने से घबराती हैं, अनुभव की तो खान होते है दादाजी दादीजी, पर जब भगवान ने ही खुद उनको हमसे छीना तो मैं कहां से लाऊं उनका आशीर्वाद, मेरी किस्मत में ही नहीं लिखा था जो प्यार तो में कहां से लाऊ उनका प्यार, सबसे उनके दादाजी के बारे में सुनकर मेरा दिल भी रोता है, जिन्हें मैंने कभी पाया नहीं उनको भी खोकर मन व्याकुल होता है। #दादाजी 🙂 #मेरामन#Nojoto #Nojotohindi #Nojotoapp