धन्य धन्य राजस्थान री माटी, कण कण इसका महान है । पत्ता पत्ता गाता इसकी गाथा, यह वीर सपूतों री खान है। चित्तौड़ दुर्ग मेवाड़ री शान, यह राणा का अभिमान है। जय जय पद्मावत जौहर, वीर क्षत्राणीयों री शान है। धन्य अमर गाथा हाड़ी रानी, जिसने दिया शीश बलिदान है। धन्य है कृष्ण भक्त मीरा बाई, किया जिसने विष का पान है। रंग रंगीले लगते यहाँ मेले, कहलाता रंगीला राजस्थान है। रुणिचा में रामदेव जी विराजे, मिला पुष्कर को ब्रह्मा का वरदान है। देखो ऊँचे ऊँचे मंदिर इसके, गाते गाथा,करते गुणगान है। खाटू नगरी में श्याम विराजे, सालासर में बसते हनुमान है। झुंझुनूं की राणी सती दादी, बनाती सबके बिगड़े काम। जय जय राजस्थान महान, जय जय प्यारा झुंझुनूं धाम। स्नेहा अग्रवाल 'गीत' #स्नेहा_अग्रवाल #मैं_अनबूझ_पहेली #रंगीलो_राजस्थान