रोज़ इक ख़्वाब टूट जाता है रोज़ इक ख़्वाब जुड़ जाता है जिद होगी उसकी तोड़ने की जिद भी अपनी है जोड़ने की हौंसले की बात जहाँ आये अपन एकदम अड़ जाता है.... रोज़ इक ख़्वाब टूट जाता है, लेकिन आँखें हैं कि ख़्वाब सजाना छोड़ती ही नहीं। #ख़्वाबटूटजाताहै #yqdidi #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #pramodT