घटते-बढ़ती चन्द्र कला के सम ही तो है जीवन, 👶बचपन से जवानी👨, जवानी👨से बुढ़ापा👴, है वहीं पुरानी कहानी📖, फिर क्यो अब तक ये बात ना जानी,🤔 🔱अंत ही आरंभ हैं।।🔱 क्यू फिक्र करता है तू, ये तो एक नए पड़ाव का प्रारंभ हैं।। 🕉️🔱🔱🔱🕉️ 🕉️🕉️🕉️ 🔱#अंत #ही #आरंभ #हैं 🔱 🕉️🕉️🕉️