बंदिशें नहीं है कोई , पर मै आज भी बंद हूं...! ज़माने गुज़र गए हों ,पर न जाने क्यूं...??? मै आज भी तुझको ले के बस यूंही और यूहीं फिक्रमंद हूं...!!-A.r #फ़िक्र और यादें #paidstory