बोझिल बोझिल हो रहा आँखों से, ज़माना-सा लगता है। कुछ कम यादों का , खज़ाना- सा लगता है। हर गम अब तो, पहचाना- सा लगता है। दर्द से रिश्ता मेरा, सदियों पुराना-सा लगता है। बहने वाला अशक मेरा, दीवाना-सा लगता है। बोझिल हो रहा आँखों से, ज़माना-सा लगता है। ©Gunja Agarwal #Bojeel #nojatohindi #nojolove #nojopoetry #nojolines