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कभी लफ्ज़ भूल जाऊं कभी बात भूल जाऊं तुझे इस कदर चा

कभी लफ्ज़ भूल जाऊं कभी बात भूल जाऊं तुझे इस कदर चाहूं कि अपनी जात भूल जाऊं उठकर जो तेरे पास से चल दू
जाते हुए खुद को तेरे पास भूल जाऊं
 कैसे कहूं कि कितनी मोहब्बत है तुझे अगर कहने पर तुझको आऊं तो अल्फाज भूल जाऊं

©shivaji kushwaha
  #मेरे_अल्फाज