White निराशा में भी आशा का अवलोकन करें और लोगों को बुरा कहने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए ईश्वर के जगत में आशा की नदी बहती है कोई उसमें से एक लुटिया भर लेता है कोई एक लोटा कोई गगरा कुछ अभागे लोग नदी का बहाव ही देखते रह जाते हैं पर उसमें आचमन करने का भी उनको अहोभाग्य नहीं प्राप्त होता... -वेद प्रकाश ©VED PRAKASH 73 #सूत्र