यादों के सहारे ही जिंदा है यादों में बसते हैं इसके प्राण यादें ही इसका सुंदर घरौंदा है कभी यादों को दूर ले जाता कभी यादों को पास लाता है। अपनी मर्जी का बासिंदा है। आज का विषय:- यादों का परिंदा। 👉आप सभी Collab करने के लिए आमंत्रित हैं। 👉Collab करने के बाद कॉमेंट में Done करना ना भूलें। 👉 और लोगों को Collab करने के लिए आमंत्रित करें।