हर आह पे ख़ुद को लतीफ़ा सुनाया हमने ख़ुद को हर मर्तबा गिर के संभाला हमने गर्दिशों को दरगुज़र आज़माइशों पे हौंसला ज़िन्दगी को इस सलीक़े से निभाया हमने Repeat