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वक़्त बदल जाता है। इंसान बदल जाते हैं। वक़्त सुधारन

वक़्त बदल जाता है।
इंसान बदल जाते हैं। 
वक़्त सुधारने पर तो,
रिश्तों के अंदाज़ बदल जाते हैं।
कभी कह दिया अपना,
कभी कर दिया पराया।
दिन-रात की तरह ज़िंदगी के,
एहसास बदल जाते हैं। वक़्त बदल जाता है।
इंसान बदल जाते हैं। 
वक़्त सुधारने पर तो,
रिश्तों के अंदाज़ बदल जाते हैं।
कभी कह दिया अपना,
कभी कर दिया पराया।
दिन-रात की तरह ज़िंदगी के,
एहसास बदल जाते हैं।
वक़्त बदल जाता है।
इंसान बदल जाते हैं। 
वक़्त सुधारने पर तो,
रिश्तों के अंदाज़ बदल जाते हैं।
कभी कह दिया अपना,
कभी कर दिया पराया।
दिन-रात की तरह ज़िंदगी के,
एहसास बदल जाते हैं। वक़्त बदल जाता है।
इंसान बदल जाते हैं। 
वक़्त सुधारने पर तो,
रिश्तों के अंदाज़ बदल जाते हैं।
कभी कह दिया अपना,
कभी कर दिया पराया।
दिन-रात की तरह ज़िंदगी के,
एहसास बदल जाते हैं।

वक़्त बदल जाता है। इंसान बदल जाते हैं। वक़्त सुधारने पर तो, रिश्तों के अंदाज़ बदल जाते हैं। कभी कह दिया अपना, कभी कर दिया पराया। दिन-रात की तरह ज़िंदगी के, एहसास बदल जाते हैं। #SaiAnkur