दिल में कर के चली गई घाव, कब तुम आओगी हमारे गांव। तुम्हारे ही ख्यालों में खोए है, तुम्हारे ख्वाब में पल भर भी नहीं सोए है। देखता रहता हूं तुम्हारा रास्ता, बैठकर पीपल पेड़ के छाव।। Iove