मैं जी भर जिया, मन से मरूं। लौट कर आऊंगा, कूच से क्यों डरूं। :- श्री अटल बिहारी वाजपेई जी एक याद है, एक छोटे से बच्चे की जिसने लाउडस्पीकर के शोर में एक बहुत ही आकर्षक, ताकतवर आवाज में एक कविता सुनी थी, "हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा.. काल के कपाल पर लिखता मिटाता हूं, गीत नया गाता हूं.." और फिर अपने माता-पिता से उस आवाज के बारे में पूछा तो एक नाम सुना, जो कि उस बच्चे ने शायद पहली बार सुना था। वो नाम था प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई जो कि उस रोज उस बालक को रट गया फिर उस बालक ने उस व्यक्तित्व के बारे में जानना पढ़ना शुरू किया और उस व्यक्तित्व को अपना आदर्श मानते लिया और उनसे प्रभावित होने लगा प्रेरित होने लगा। किस तरह एक आवाज न उस 6-7 वर्ष के उस बालक को प्रभावित किया। यह किस्सा था मेरा वो शाम, वो आवाज मुझे आज भी याद है और ताउम्र याद रहेगी। पिछले काफी दिनों से श्री अटल जी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है जिसके कारण वह काफी वक्त से AIIMS में उपचाराधीन है, परन्तु पिछले 24 घंटों से स्थिति काफी बिगड़ी है, मन में काफी सारी शंकाएं उमड़ रही है, पूरा देश उनके कुशल स्वास्थ्य की कामना कर रहा है। मैं ईश्वर में विश्वास नहीं करता परन्तु आज कहीं ना एक आस मैंने भी लगाई है कुछ अच्छी खबर आए। मेरी आप सभी मित्रों से प्रार्थना है कि आप सब भी उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना कीजिए प्रार्थना कीजिए। #prayforatalji #atalbiharivajpeyee #yqbaba #yqdidi