प्रश्न हो तुम दग्ध हॄदय लगते हो प्रेम वेदना में मुग्ध हॄदय लगते हो शीत कणों के आवरण में किन्तु अनुरक्त तप्त हॄदय लगते हो लौटो कि परिणाम प्रेम मात्र है व्यर्थ ही विरक्त हॄदय लगते हो . प्रश्न लगते हो . धीर प्रश्न