क्या लिखूँ इस तरह मिल कि मुलाक़ात अधूरी न रहे ज़िंदगी देख कोई बात अधूरी न रहे बादलों की तरह आए हो तो खुल कर बरसो देखो इस बार की बरसात अधूरी न रहे #कुंवर_बेचैन ©Firoz Khan Diamond