बहते हैं बह जाने दो ये अश्क है,,रुकते नहीं वफाओं का क्या दोगे मोल,,क्यूँ कुछ कहते नहीं इश्के मुहब्बत में वफ़ा,,हमें तुम सिखा दो कोई शिकवा नहीं है तुमसे,बस इतना बता दो दिल में अब भी हम रहते है,,या नहीं यादें पुरानी कहाँ समेटू,,कोई जगह बता दो क्या दिल में छुपा के रख लूं,,तुम कुछ बता दो दर्द हो जहाँ सुना है,,तुम ठहरते नहीं तुमसे मिलने की चाहत,,ना होगी अब हमें रहो सकूं से आएंगे ना,खवाबों में अब हम तेरे कहाँ मुकम्मल राज़ था,,अब तुम भी नहीं ©Rajeev Bhardwaj #गज़ल #Nojoto #nojotohindi #nojotourdu #rajeevbhardwaj NIKHAT نکہت خان Irfan Saeed Writer