#MessageOfTheDay इन कश्तियों में किसी घर के लड़के, रोज़ी रोटी को आए थे, कठोर खाड़े सागर की लहरें, उनको डूबोने को उकताए थे, ढ़ांढस टूटा कश्ती भी टूटी फिर भी उनका संघर्ष हुआ, इसी तट पर फिर उन लड़कों का स्वाभिमानी उत्कर्ष हुआ, सब कुछ पाकर भी लड़के अब शायद लौट ना पाएंगे, अपनी नई पहचान में उलझे लड़के शायद गांव ना जाएंगे, तट पर थम गई नौकाएं, विभत्स पलायन बतलाती है, लड़कों के मन का मर्म, नौकाएं लहरों को बतलाती हैं, सदानन्द कुमार ©Sadanand Kumar #Messageoftheday #Nojoto #migration #Broken #Home #Trending #hindishayari #nojotohindi #NojotoFilms #alone Sudha Tripathi