अंधेरों में फिर कभी उजाला नहीं होता गऱ इक चराग़ हमने संभाला नहीं होता! हम मोहब्बत के बाद शायर नहीं होते तेरा ग़म अगर दिल में पाला नहीं होता! कविराज अनुराग #Hope #मोहब्बत #दरदेदिल #जुदाई