बढ़ा तो रहे हो क़दम आगे तुम संभलना गिर न जाओ कहीं तुम जो भी सोच रहे हो करने की तुम जाँच भी लो सही कर रहे हो तुम परखो,उचित की ओर बढ़े हो तुम कहीं अनुचित तो नहीं कर रहे तुम नतीज़ा भी अनुमानित कर लो तुम कभी पछताओ ना निर्णय पर तुम आगे बढ़े तो पीछे मुड़ न सकोगे तुम ग़लत को सही कर न सकोगे फ़िर तुम सोच लो क्या,क्यूँ,किसलिए कर रहे तुम जैसा दोगे वैसा ही तो पाओगे फ़िर तुम M'निर्झरा' सुप्रभात। हर क्रिया की प्रतिक्रिया है। हर कर्म का फल है। जो करें, सोच कर करें। #नतीजा #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi