ओस कुड़ी नूं मेरी सौंह है, ओस कुड़ी नूं आपणी सौंह है ओस कुड़ी नूं सब दी सौंह है, ओस कुड़ी नूं रब्ब दी सौंह है जे किते पढ़दी सुणदी होवे, जिउंदी जां उह मर रही होवे इक वारी आ के मिल जावे, वफ़ा मेरी नूं दाग़ न लावे नई तां मैथों जिया न जांदा, गीत कोई लिखिया न जांदा इक कुड़ी जिहदा नाम मोहब्बत गुम है गुम है गुम है साद मुरादी सोहणी फब्बत गुम है गुम है गुम है। बदनाम शायर(शिव बटालवी) #badnamshayar #gumnaam_alfaaz #ishq #ishq