शाम ढली भी नही अब तक और बेइख़्तियार हुआ जाता है दिल आपके इंतज़ार में ये सूरत-ए-हाल अगर अभी है तो हाए, कहीं मर ही न जाएं सुबह तक, आपके प्यार में शाम से दिल का ये आलम है तो जाने सुबह तक क्या होगा! #सुबहतक #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi