आते नहीं है तंग कभी ज़िंदगी से हम रोते भी है तो वो भी अपनी ख़ुशी से हम तोड़ा था एक शख़्स ने अहदे वफ़ा कभी अब ख़ौफ़ खा रहे है हर एक आदमी से हम .. My biggest acheivement is when his acquaintances compliment by saying #LikeFatherLikeSon Remembrance on #FathersDay through his couplets आते नहीं है तंग कभी ज़िंदगी से हम रोते भी है तो वो भी अपनी ख़ुशी से हम तोड़ा था एक शख़्स ने अहदे वफ़ा कभी