PART--5 अंजलि ओर नीरज पायल की तरफ देखते है, और साइड में ले जाकर नीरज कहता है, कि पायल तुम्हें कितनी बार समझाया है, गुस्से को कंट्रोल करना सीखो।देखो तुमने एकबार फिर से एक लड़के की हत्या कर दी।लेकिन इस हत्या का पायल के मुह पर कोई गम नही था।बोली के इसने अंजलि को रुलाया ये अब और नही जी सकता था, अब उसे मरना ही होगा। दरअसल ऐसा कई बार हुआ कि पायल ने लोगो को मार दिया,जिनकी जांच चल रही है।लेकिन कोई सुबूत हाथ नही लगा। कुछ मामलों में CID को भी हस्तक्षेप करना पड़ा, पर कुछ सुबूत न मिलने से कई मामलो की फ़ाइल बन्द करनी पड़ी। जैसे तैसे करके तीनों घर आ जाते है, नीरज घर आकर अपने पापा सुरेश से कहता है कि देखो पापा आज फिर पायल ने छोटी सी बात पर एक लड़के को मार दिया,और वह तीनो में सबसे बड़ा है, लेकिन पायल फिर भी उसकी बात नही सुनती।मेरे मना करने पर इसने अपने हाथ में चोट मार ली।अगर मैं इसे नही रोकता तो ये सबके सामने उस लड़के को मार देती। और फिर बाद में सब ये फैसला लेते है, कि पायल को समझाने और सम्भालने के लये उसकी माँ सरला को यही घर लाया जाएगा,लेकिन पायल को वादा करना होगा कि वो ऐसा दोबारा नही करेगी ।पायल मान जाती है।माँ और भाई की खबर सुनकर पायल को बहुत खुशी होतीं है, लेकिन उसकी मामी किलस जाती है, लेकिन वो पायल के व्यवहार से वाक़िफ़ है, इसलये कुछ कहने की हिम्मत नहीं करती।लेकिन पायल उन सब से बहुत प्यार करती थी। TO BE CANTINUE........... ©KAJAL The poetry writer part 5 story of payal## #paper