मजहब नहीं सिखाता आपस में वैर रखना, तो सभी मजहबों में ही इतना खून खराबा क्यूं है ? संविधान नहीं सिखाता आपस में भेद रखना, तो हम सभी में जात पात का भेद भाव क्यूं है ? पूरी दुनियां पे छाया है सबसे बड़ा संकट हमारे ही मुल्क में मानवता शर्मसार क्यूं है ? जो जुटे हैं महासंकट को दूर भगाने में उनसे से ही इतना दुर्व्योहार क्यूं है ? जब देना था हमें एकता का प्रमाण हम आपस में ही लड़ने में ब्यस्त क्यूं हैं ? आओ आपस के भेद भाव को मिटाएं वैश्विक संकट के समय मानवता को बचाएं ।। नोजोटो पे कविताएं व कहानियां लिखें घर पर रहें सुरक्षित रहें सरकार द्वारा बताए निर्देशों का पालन करें #corona_message