*शहीद पूछ रहे* देकर बलिदान प्राणों का तुमको आज़ाद कर दिया पूछ रहे हैं आज हमें वो तुमने क्या बलिदान किया मोह न त्यागा न छोड़ा लोभ भ्रष्टाचार पर भी न कोई क्रोध कम उम्र में हममें जोश था बड़ा तुमने बड़ी उम्र में क्या त्याग किया माँ भी रोई पिता की भी आँखे नम पर दिल में भरा था अटूट देश प्रेम तुम भी जागो अपना स्वार्थ त्यागो देश देख रहा इसको तुम संभालो जो वतन किया हमने हवाले तुम्हारे संवारना पालना है उसे अब तुम्हें परिवार ने हमारे भी देखे थे सपने पर हम दुःखी देश को थे देख रहे न जीवन से मोह न थी कोई लालसा व्यर्थ न जाए बलिदान करते यही प्रार्थना अब बारी है तुम्हारी इच्छा है यही एक चाहते बस यही भगत सिंह राजगुरु सुखदेव ©Khushboo Vaishya Saheed puchch rahe h........ #khushboothought #khushbooquote #Nojoto #fog