मेरा ये चांद कभी छज्जे पे उतरता होगा क्या, बिन तेरे ये आईना कभी संवरता होगा क्या। बिना तपिश कोई कुंदन पिघलता होगा क्या, बांधे सूरज कलाई से कोई चलता होगा क्या। बिना मांगे दुवाओं में कभी वो बंटता होगा क्या, फिसल कर तू कभी यूहीं संभलता होगा क्या। ©A.r चौखट से बंधे चिराग़ सा तू जलता होगा क्या, मेरे दिये उजाले से कभी निकलता होगा क्या। बिना इजाज़त कोई रूह से उलझता होगा क्या, तेरे हिस्से का किरदार भी बदलता होगा क्या। मेरे पलकों के दरिया से कभी तू मिलता होगा क्या, तुम सा कोई ख़्वाब अंजलि सिलता होगा क्या ।। -Anjali Rai #cinemagraph #yqdidi #yqquotes #yqgazals #hindiurdushayri #yqastheticquotes #angel❤️ #lifequote