जहर खा रहे जहर पी रहे अब सांसों में जहर घुल रहा उदारवादी व्यापार व्यवस्था में जहर घोलने वालों का सौदा दिन दोगुनी फल-फूल रहा ©Vijay Vidrohi #जहरीली #हवा