एक सफर अनजाना सा लेकर कहां जायेगा, ढूंढ रही है आंखे जिसको जाने कब नजर आयेगा , चल पड़े है तो अब रुकना क्या , हाल जो होगा जनाब वो भी देखा जायेगा । ©Raman वत्स #ramanvats #together