पाकिस्तान में पुरवाई लौट आयी, थरूर के जीवन मे तन्हाई लौट आयी, राम जन्मभूमि सुनवाई की तारीख लौट आयी, बस नही लौटे तो तुम, क्या तुम नही लौटोगे? पंछी उड़े थे कश्मीर के, लौट आये, मुर्दे गड़े थे पंजाब के, लौट आये, छंद उड़े थे मानस की किताब के, लौट आये, बस नही लौटे तो तुम, क्या तुम नही लौटोगे? बच्चे मेले से लौट आये, ढोर तबेले को लौट आये, नेता रैले को लौट आये, बस नही लौटे तो तुम, क्या तुम नही लौटोगे? अब तो साहित्य को मर्म, राजनीति को धर्म, और वेश्या को शर्म भी लौट आयी, बस नही लौटे तो तुम... क्या तुम नही लौटोगे #yqdidi #yqbaba #yqquotes #yqchallenge #collab #harshranjan