मैं जा रहा हूं , अपनी अर्धांगिनी को छोड़कर , अपनी नन्ही परी सी बिटिया को छोड़कर , मैं जा रहा हूं , अपने जिगर अपने आठ महीने के बेटे को छोड़कर , क्योंकि वतन मेरा मुझे बुला रहा है , मैं जा रहा हूं , उस मां को छोड़कर जो ना जाने अनगिनत रातें सिर्फ और सिर्फ मेरे लिए जागीं हैं , मैं जा रहा हूं, उस मां का उधार लिये जा रहा हूं , उस भारत मां कि माटी में समाने जा रहा हूं,जिसके अन्न के गर्मी से मैं चल रहा हूं , मैं जा रहा हूं , अपनी बहनों की जिम्मेदारीयों से मुंह मोड़ कर ,जा रहा हूं, उनको उनकी किस्मत पर छोड़कर, मैं जा रहा हूं, उन बहनों के लिए जो , मेरे वतन कि बेटीयां हैं , और मेरी इज्जत ,शान बान हैं मैं जा रहा हूं , उन बुढ़े कन्धों पर अपनी अर्थी का बोझ डाल कर जिन्होंने मुझे जिंदगी के पथरीले रास्तों पर चलना सिखाया, मुझे जाना होगा , क्योंकि ये देश मेरा है, ये मत सोचो की मैं वापस नहीं आऊंगा, मैं आऊंगा , मगर उस शाही अंदाज में अपने तिरंगे में लिपटे हुए आप सबका गर्व बन कर , मैं आऊंगा, एक बार आप सबसे मिलने , इस भारत मां का शहीद बनके , मैं आऊंगा ।।।।।।। # Tribute to Late Major Sushil Aima # Kargil K Amar Jawan # Pride Of India # Tum Smjh Lena...