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वो बचपन के दिन कितने सुहाने थे,ना कोई टेंशन,ना कोई

वो बचपन के दिन कितने सुहाने थे,ना कोई टेंशन,ना कोई बात,बस आराम से पढो ,खेलो मस्ती मे रहो और आज भागो भागो,भागते ही रहो
लगा है । todays life,,,,
वो बचपन के दिन कितने सुहाने थे,ना कोई टेंशन,ना कोई बात,बस आराम से पढो ,खेलो मस्ती मे रहो और आज भागो भागो,भागते ही रहो
लगा है । todays life,,,,