White तीन पीढ़ियों बाद धर्म का नाम लेने वाला कोई नहीं बचता है। लेकिन चौथी पीढ़ी को बरगद के पेड़ में धागा पीपल के पेड़ में दीपक नदी के जल को अर्घ्य देहरी के पत्थर को देवता कीड़ों से दूरी के लिए हवन खेत की उपज के लिए गोबर परिवार को जोड़ने वाले व्रत सिखा दिए जाते हैं।।।।।।। धर्म तो संस्कृति की मिट्टी से उपजते रहते हैं पर जीवनोपयोगी अनुभव संस्कार का रूप ले लेते हैं ।।।।।।।।।।। ©Ram Yadav #Shiva #अध्यात्म आज शुभ विचार नये अच्छे विचार शुभ रात्रि सुविचार अनमोल विचार आज का विचार