#OpenPoetry Ye noor hi toh hai khuda बचपन से आज तक तेरे कसीदे पढ़े हो खुदा अव्वल या मुकम्मल तो है तेरा बनाया वह बंदा तारीफ भी कम है आपकी ओ बंदे यह नूर ही तो है खुदा! यह पिता आप की बनाई हूर तो है ख़ुदा! यह नूर ही तो है ख़ुदा! अंश हूं जिसका उसे बताऊं कैसे? इश्क है उससे हद से ज्यादा जताउ कैसे? उंगलियों को थाम कर चलना है सिखाया! गलतियों को सुधार कर जीना है सिखलाया!! सच ही तो है खुदा यह नूर ही तो है खुदा! यह पिता आप की बनाई हूर ही तो है खुदा! दूर करके भी रोता है पूरी रात करवटें बदल कर भी सोता है! चाहता नहीं दूर करना खुद से, फिर भी खुद से दूर करता! खुद के सपने तोड़ मेरे सपनों को जोड़ा करता है! यह नूर ही तो है खुदा यह पिता आप की बनाई हुई ही तो है खुदा! ye noor hi toh hai -by Punit #Openpoetry #fatherlove #papa #Nojotoopenpoetry #nojotohindi