दुआ देते रहे उस शख़्स को, असर होने तक दिया उम्मीद का जलता रहा सहर होने तक । न खंजर चलाई उसने, न दिल तोड़ा मिरा.... पैमाना ज़ाम का देता रहा, ज़हर होने तक ।। ©Sarfaraj idrishi #Sun Islam