वो जो युही नजरें छिपाये हुए हैं, खुदा का रहम है जो दुनियां से खुद को बचाये हुए हैं सुल्ख शरद हवाए छुकर गयी भी तो क्या, अपने नजरो से देखकर अख़बार को गरम बनाये हुए हैं तारूफ लफ्जो मे तो मुमकिन नही है इस जहां मे, इस लिए इशारो में बातो को बताये हुए हैं। #taaruf..