शीर्षक - नाच उठेंगे पैर कलम थोड़ी रुकी रुकी सी है क्योंकि तैयारियां भाग रही हैं भाग रहे हैं हम भी अरे मेरे भाई की शादी होने वाली है, दिमाग उलझा सुलझा सा है नया मेहमान आने वाला है अभी कुछ दिनों में ही भाई मेरा दुल्हन लाने वाला है, ऐसे में कलम को थोड़ा विश्राम दिया थोड़ा उसे जगाते रहे, बाकी सुला दिया खुद के काम भी करते रहे इंतजार भाभी का हो रहा, जल्द ही बैंड बाजा बजेगा सुंदर सा मंडप सजेगा हर बहन की तरह मैं भी खुश होंगी नाच उठेंगे पैर, जब भाई दूल्हा बनेगा। ©Shweta Sharma नाच उठेंगे पैर❤️❤️ #Nojoto #Happiness #Happy #Wedding #poem #Poetry