एक शायरी लिखने के लिए तो जज्बात और माहौल चाहिए होता है तभी तो वो अपने आप को व्यक्त कर पाता है, यूँ ही नहीं वो शायर कहलाता है। #YourQuoteAndMine Collaborating with Saurabh Bhardwaj