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सब इशारे समझते हैं तुम्हारी इन बातों के तुम्हारी त

सब इशारे समझते हैं तुम्हारी इन बातों के
तुम्हारी तारीफों के मकसद बड़े दूरगामी हैं,

आजादी की याद आने लगी है गुलामों को
ऐसे ही नहीं कहते छप्पन इंच की छाती है धीरे धीरे कांग्रेसी राम धुन गाने लगे हैं
गुलाम नबी  को मोदी जी भाने लगे हैं
झूठ की दुकान कब तक चलाते लोग
कश्मीर में अब तिरंगे लहराने लगे हैं।

अभी तो भगवा साफा बांधकर G-23 के रूप में पुराने कांग्रेसियों ने मोर्चा खोला है। अभी और भी खूबसूरत तस्वीरें आनी बाकी हैं।
सब इशारे समझते हैं तुम्हारी इन बातों के
तुम्हारी तारीफों के मकसद बड़े दूरगामी हैं,

आजादी की याद आने लगी है गुलामों को
ऐसे ही नहीं कहते छप्पन इंच की छाती है धीरे धीरे कांग्रेसी राम धुन गाने लगे हैं
गुलाम नबी  को मोदी जी भाने लगे हैं
झूठ की दुकान कब तक चलाते लोग
कश्मीर में अब तिरंगे लहराने लगे हैं।

अभी तो भगवा साफा बांधकर G-23 के रूप में पुराने कांग्रेसियों ने मोर्चा खोला है। अभी और भी खूबसूरत तस्वीरें आनी बाकी हैं।