वो हमे समझते है हम उन्हैं समझते हैं। हम उन पर बरसते हैं वो हम पर बरसतें हैं। कभी उनको हैं लगता न हम उन्हैं समझते हैं , कभी मेरे मन में है खटकता न वो हमे समझते हैं। प्यार की बड़ी-बड़ी आपस में मिसालें देके बैठे हैं। त्याग की, समर्पण की बात छेड़े बैठे हैं। फिर भी छोटी छोटी बातों पर आपस में झगड़ने बैठे हैं। औरों की बजह से उदासी में और उदास हो जाने बैठे हैं ©Prem Kumar #zindagikerang #Fight #lovefight कवि मोहित मेरोठा mysterious boy