आत्म विश्वास ही वो डोर है जो कि चंचल मन को बांधे रखती है। भरोसा रखना, स्वयं में, अपने कर्मों पर और अपने ईश्वर में, इसके अतिरिक्त कुछ भी न महत्वपूर्ण है ओर न मायने रखता है। यदि आपका ख़ुद पर विश्वास अडिंग है तो मन में निरंतर तटस्थता बनी रहेंगी, ना तो जरा सी सफ़लता से यह बल्लियों उछलेगा और ना ही कोई विफलता इसे निराश और व्यथित कर पायेगी। ©Dr Keera #self #motivation #thought_of_the_day #keera #legal