निगाहें तो कातिलाना हैं तुम्हारी, कत्ल दिल को कर जाते हैं तुम्हारे इसारे। हाल न पूछो मेरी तड़प का, अब तो रातें गुजराती है तुम्हारी तस्वीर के साहारे | ©ANAM SIDDIQUI tasveer ke sahare poetry by ANAM SIDDIQUI #selflove