White जो हुआ संग मेरे,नहीं मैं हैरानी में , बूढ़ा हो गया,मैं इस जवानी में मुझे किरदार मिला था चुप रहने का न जाने क्यों बोल उठा मैं इस कहानी में मैं साफ नियत वालों को ढूंढ रहा था इस शहर में, याद आया!मैं तो रहता हूं प्रदूषित राजधानी में नीलेश सिंह पटना विश्वविद्यालय ©Nilesh #Niyat