White मोहब्बत के खातिर जख्म गहरा मांग लेता है। उदासी देकर उम्र भर की खुशियां मांग लेता है। इज़हारे मोहब्बत इसलिए भी नहीं करता हूं मैं। उम्र भर साथ निभाने का मुझ से वादा मांग लेता है। हमें दोस्ती भी कभी महंगी पड़ जाती है तन्हा ये अजीब है कतरा देकर दरिया मांग लेता है। किसी से निकाह भी करना आसान नहीं है अब जरा सी दौलत देकर ये सेहरा मांग लेता है। ©तन्हा शायर #love_shayari sad shayari zindagi sad shayari love shayari badmash shayari hindi shayari