अपनो को दूर होते देखा , सपनो को चूर होते देखा ! अरे लोग कहते हैँ कि फूल कभी रोते नही , हमने फूलोँ को भी तन्हाइयोँ मे रोते देखा ! ©Vidhadar apano ko Door hothy dhakha