हक़ीक़त होते हुए भी लगे बेगाना सा सच होने को है आतुर फिर भी लगे अंजाना सा इस आस में कि होगा ये कभी सच हमें ये लगता सुहाना सा सुप्रभात। ये वो ख़्वाब तो नहीं जो रात आँखों ने देखा था। #कैसाख़्वाबहै #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi Collaborating with Priti Shah