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तेरी चाहत की बारिश में मेरा मन भीगना चाहे खिला जो

तेरी चाहत की बारिश में मेरा मन भीगना चाहे
खिला जो शौख पे था फूल वही अब टूटना चाहे
पलट कर तुम जरा देखो मेरे इतिहास के पन्ने
जो तब दरिया से डरता था वही अब डूबना चाहे वही अब डूबना चाहे.. by #sonuchhaya
तेरी चाहत की बारिश में मेरा मन भीगना चाहे
खिला जो शौख पे था फूल वही अब टूटना चाहे
पलट कर तुम जरा देखो मेरे इतिहास के पन्ने
जो तब दरिया से डरता था वही अब डूबना चाहे वही अब डूबना चाहे.. by #sonuchhaya
sonusinghkrishna4270

Sonu Singh

New Creator