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प्रिय इरफान, हो सके तो, अब ये सोये रहने की अदाका

प्रिय इरफान, 
हो सके तो, 
अब ये सोये रहने की अदाकारी बंद करो।  दोपहर 12 बजे के करीब किसी मित्र का सन्देश आया "भाई इरफान खान नहीं रहे" । सुन के थोड़ा गुस्सा आया उस मित्र पर की ऐसा मज़ाक कोई कैसे कर सकता है पर साथ ही एक हल्का सा झटका भी लगा कि कहीं ये सच ना हो जाये। दिल और दिमाग लगातार ये उम्मीद लगाये बैठा था कि अन्य ख़बरों की तरह ये वाली खबर भी फेक न्युज की श्रेणी में आ जाये, खुद चेक किया, सात से आठ बार, कई न्यूज चैनल्स अब तक इस हृदय विदारक ख़बर की पुष्टि कर चुके थे पर ये दिल साला कैसे मान जाये, ऐसा हसीन कलाकार, ऐसा अव्वल दर्जे का फनकार, ऐसे चुपचाप और अचानक छोड़ जायेगा!! 

वक्त बीतता जा रहा है और दिल को चीर कर रख देने वाले इस खबर को मानने को मजबूर ये दिल असहाय सा महसूस कर रहा है अब। अंदर मानो कुछ टूट सा गया है शायद। क्या? पता नहीं, पर अजीब सा दुख घेरे हुये है। 27 साल की जिंदगी में कई सितारों को दुनिया छोड़ते देखा है पर ऐसा कभी किसी भी सितारे के लिये महसूस नहीं हुआ। क्यूँ? पता नहीं। 

मन के किसी कोने मे ये विश्वास अटल था कि अरे सेलिब्रिटी है यार, बहुत पैसे होंगे , जैसे बाकी सेलिब्रिटी बच जाते हैं कैंसर जैसे बीमारी से वैसे अपने इरफान भी बच ही जायेंगे, इसमे कोई दूसरा विचार कभी आया ही नहीं मन में। पर काल पे किसी का भी बस नहीं शायद यही समझा गये इरफ़ान।
 
इरफ़ान सर,
माँ के सामने शारीर त्यागना मंजूर नहीं था या फिर माँ के बिना शरीर मे रहना, ये बात तो आपको ही पता होगी, पर सिनेमा और मुझ जैसे सिनेमा प्रेमी इतना जरूर जानते हैं कि आप जैसा ना कोई था और ना ही कोई होगा कभी। आपका इतनी कम उम्र में जाना एक बार फिर इस बात की पुष्टि करता है कि ऊपर वाला अच्छे और नेक दिल बंदों को काफी जल्दी बुला लेता है।
प्रिय इरफान, 
हो सके तो, 
अब ये सोये रहने की अदाकारी बंद करो।  दोपहर 12 बजे के करीब किसी मित्र का सन्देश आया "भाई इरफान खान नहीं रहे" । सुन के थोड़ा गुस्सा आया उस मित्र पर की ऐसा मज़ाक कोई कैसे कर सकता है पर साथ ही एक हल्का सा झटका भी लगा कि कहीं ये सच ना हो जाये। दिल और दिमाग लगातार ये उम्मीद लगाये बैठा था कि अन्य ख़बरों की तरह ये वाली खबर भी फेक न्युज की श्रेणी में आ जाये, खुद चेक किया, सात से आठ बार, कई न्यूज चैनल्स अब तक इस हृदय विदारक ख़बर की पुष्टि कर चुके थे पर ये दिल साला कैसे मान जाये, ऐसा हसीन कलाकार, ऐसा अव्वल दर्जे का फनकार, ऐसे चुपचाप और अचानक छोड़ जायेगा!! 

वक्त बीतता जा रहा है और दिल को चीर कर रख देने वाले इस खबर को मानने को मजबूर ये दिल असहाय सा महसूस कर रहा है अब। अंदर मानो कुछ टूट सा गया है शायद। क्या? पता नहीं, पर अजीब सा दुख घेरे हुये है। 27 साल की जिंदगी में कई सितारों को दुनिया छोड़ते देखा है पर ऐसा कभी किसी भी सितारे के लिये महसूस नहीं हुआ। क्यूँ? पता नहीं। 

मन के किसी कोने मे ये विश्वास अटल था कि अरे सेलिब्रिटी है यार, बहुत पैसे होंगे , जैसे बाकी सेलिब्रिटी बच जाते हैं कैंसर जैसे बीमारी से वैसे अपने इरफान भी बच ही जायेंगे, इसमे कोई दूसरा विचार कभी आया ही नहीं मन में। पर काल पे किसी का भी बस नहीं शायद यही समझा गये इरफ़ान।
 
इरफ़ान सर,
माँ के सामने शारीर त्यागना मंजूर नहीं था या फिर माँ के बिना शरीर मे रहना, ये बात तो आपको ही पता होगी, पर सिनेमा और मुझ जैसे सिनेमा प्रेमी इतना जरूर जानते हैं कि आप जैसा ना कोई था और ना ही कोई होगा कभी। आपका इतनी कम उम्र में जाना एक बार फिर इस बात की पुष्टि करता है कि ऊपर वाला अच्छे और नेक दिल बंदों को काफी जल्दी बुला लेता है।