मिलती नहीं ख़ुशी कहीं,जब हमसे वो रूठते हैं लगता नहीं है दिल कहीं,जब अश्कों को वो पोछते हैं कहते नहीं वो हमसे,उन्हें क्या पसंद नहीं करते हम कुछ हैं,मतलब कुछ वो सोचते हैं मिले वो हमसे कब थे,हमसे कब वो बिछड़ गए हम कुछ समझ सके नहीं,वो ख़मोशी से सब कह गए खोया उन्हें जब हमने, तब ये पता चला जीने को थे वो जरुरी,बिना उनके हम है बेवजह दूरियों ने सिखा दिया है,नज़दीकियों का फलसफ़ा कहती नहीं है जुबां कुछ,वो बस नज़रों से बोलते हैं लाजवाब है उनकी पसंद भी,बेमिसाल है उनकी हर अदा कभी कहते हैं नसीब वो हमको,कभी तकदीर को कोसते हैं... Abhishek Trehan #क्याकमीहै #collab #yqdidi #terebina #hindipoetry #hindishayari #lovestory #love