मैं चला जाऊँगा, कभी न लौट आने के लिए, जब तुम ही मेरी नहीं हुई, तो इस शहर का क्या करूँगा, बंजारा हूँ ढूंढ लेना कहीं शायद किसी मरघट के किनारे मिल जाऊं. --YASHVARDHAN #यायावर 💞